परसों
(शनिवार की रात) एक चमत्कार हो गया. शाम सात बजे से रात एक बजे तक शीश राम
पार्क नामक हमारी कालोनी की बिजली कट गई. कारणों का कोई पता नहीं. मगर रात
ग्यारह बजे हमसे अपने बचाव में धारा 302 के तहत एक कत्ल हो गया लेकिन
पुलिस ने हमें गिफ्तार नहीं किया. उसने
हमारी इच्छा के बिना हमारे ऊपर हमला किया था. हमने केवल उसको दूर हटाने के
लिए हाथ लगाया ही था कि वो मर गया. पुलिस को पड़ोसियों ने सूचित किया मगर
पुलिस ने फोन पर घटना पूछकर आना मुनासिब नहीं समझा. वैसे मेरा इरादा उसको मारने का
नहीं था. इसलिए पुलिस ने धारा 304A के तहत थाने में बैठे बैठे ही फोन पर
ही जमानत दे दी. अब बताए हम क्या करें ?
